मिनरल वाटर बनाम पानी
आज कल अहमदाबाद मे इक अजीब सी समस्या से रूबरू हु । पीने के पानी की यहाँ आते ही लोगो ने कहा की पानी अच्छा नहीं है सो मैंने भी पानी बुद्दिमत्ता से इक मिनेरल वाटर बाले से घर पर 60 रूपये मे 20 लीटर पानी लगवा लिया ।और मे भी साफ पानी पीने का दावा करने बालो की जमात मे शामील हो गया ।असली मजा मुझे तब आया जब मेरा मिनरल वाटर बाला आना बन्द हो गया । अब हालत ये है की मेरे कमरे मे प्रति दिन के हिसाब से 3 बोत्तेले जमा होती जा रही है .इनकी संख्या 90 पहुच गयी है ।
सरकार साफ पानी सभी को देने का वादा करती है। हालत ये है की दिल्ली की सबसे vip जगह पर साफ पानी नसीब नहीं होता ।अब बड़े शहरो मे मिनेरल वाटर का चलन बढता जा रहा है और लोग पानी पीना छोड़ते जा रहे है ।पहले चोराहे पर सरकारी पियांयु होती थी या राहगीरों को पुण्य कमाने के लिए मुफ्त पानी पिलाया जाता था ।होटलों ,चाय ,पान की दुकानों पर पानी मुफ्त मिलता था , मगर अब पानी नहीं मिनेरल वाटर मिलता है 1 रूपये मे ।छोटे से छोटे गाव शहरो मे चाहे पानी ना पंहुचा हो लेकिन मिनेरल वाटर आसानी से मिल जाता है ।
सरकारी दफ्तरों मे या तो लोग घर से पानी लाते है या फिर यहाँ भी मिनेरल वाटर मिलता है ।सचिवालय से लेकर कलेक्टर कार्यालय तक कही भी पानी नहीं है ।न जाने क्यों नेता -प्रसाशक सबसे ज्यादा मिनेरल वाटर मीटिंग मे पीते है .मीटिंग मे कुछ हो न हो मिनेरल वाटर जरुर होता है ।टीवी पर मीटिंग मे बढ़िया मिनेरल वाटर की बोत्तले दिखती है ,मीटिंग के बजट का बड़ा हिस्सा मिनेरल वाटर मे जाता है ।बचा हुआ मिनेरल वाटर किसके घर है ये बताने की जरुरत नहीं ।
अपने आसपास सबसे ज्यादा प्रदुषण इस मिनेरल वाटर के बोट्टेल और पाउच से होता हे .ये पानी महीनो पुराना होता है .isi मार्क भी नहीं होता .इक ही मिनेरल वाटर 12,16, और माल ,एयर पोर्ट पर 45 रूपये लीटर मिलता है ।
मुद्दा ये है की हमारा पानी के प्रति विश्वाश ख़तम हो चला है।मिनेरल वाटर के लिए बढता जा रहा है ।आरो ,वाटर प्युरिफाएर ,पानी पाउच और ,मिनेरल वाटर का न केवल बहुरास्ट्रीय ,राष्ट्रीय बल्कि स्थानीय कम्पनी ,दुकानदारो का अच्छा -खासा व्यापार बन गया है . अब घर -घर मे इस की पूर्ति होने लगी है।
सबाल ये भी है की जब हम संसद ,सचिवालय ,कलेक्ट्रेट ,मे पानी नहीं पहुंचा पाए तो लोगो तक पहुचने मे कितना समय लगेगा ।
जमीन ,पेट्रोल ,और सब्जियों के बाद अब पानी ,नहीं मिनेरल वाटर के हमारी पहुँच से दूर हो जाने की वारी है ??
"रहिमन पानी राखिये , बिन पानी सब सून ।
पानी गए न ऊबरे मोती ,मानस चून ।।"
No comments:
Post a Comment